Varanasi Gorakhpur New Rail Line: पूर्वांचल के धार्मिक और सांस्कृतिक शहरों को जोड़ने वाला एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. वाराणसी से गोरखपुर तक एक नई रेलवे लाइन बिछाई जा रही है, जिससे बाबा विश्वनाथ से लेकर गोरखनाथ मंदिर तक की दूरी और भी कम हो जाएगी. ये प्रोजेक्ट न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए खास है, बल्कि आम यात्रियों के लिए भी राहत लेकर आएगा.

नए रूट से कम होगी दूरी, बढ़ेगी रफ्तार
भारतीय रेलवे ने वाराणसी से गोरखपुर के बीच नया रेलवे रूट तय किया है, जिससे सफर करीब 1 घंटे कम हो जाएगा. अभी तक इस रूट पर ट्रेनें बनारस होकर अलग-अलग रास्तों से घूम कर जाती थीं, लेकिन नई लाइन सीधे रास्ते से जोड़ेगी, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी.
पूर्वांचल को मिलेगा स्मार्ट रेलवे का तोहफा
इस नई रेलवे लाइन के साथ ही रेलवे स्टेशन को भी आधुनिक बनाने की योजना है. स्टेशनों पर वेटिंग एरिया, डिजिटल बोर्ड, हाई स्पीड WiFi और सोलर पावर जैसी सुविधाएं दी जाएंगी. इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा और साफ-सुथरा माहौल मिलेगा.
श्रद्धालुओं और व्यापारियों दोनों को फायदा
यह रूट धार्मिक दृष्टिकोण से जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा. बाबा विश्वनाथ के शहर वाराणसी और महंत आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर के बीच ये कनेक्शन श्रद्धालुओं, छात्रों और कारोबारियों के लिए वरदान साबित होगा.
कब तक पूरी होगी ये योजना
रेल मंत्रालय के अनुसार इस प्रोजेक्ट पर सर्वे और भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है. निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा और 2027 तक इसे जनता के लिए चालू कर दिया जाएगा. इस रेलवे लाइन के पूरा होते ही वाराणसी और गोरखपुर के बीच ट्रेनों की संख्या और आवागमन की सुविधा दोनों में जबरदस्त इजाफा होगा.