Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली से देहरादून का सफर अब सिर्फ तेज़ नहीं बल्कि गांव वालों के लिए फायदे का सौदा भी बन गया है. सरकार ने Delhi-Dehradun Expressway के निर्माण के लिए ज़मीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज़ कर दी है. और इस बार मुआवज़ा ऐसा है कि किसानों और गरीब ज़मीन मालिकों की किस्मत ही पलटने वाली है.

गांव वालों को मिल रहा रिकॉर्ड मुआवज़ा
इस एक्सप्रेसवे के लिए हरिद्वार, मुज़फ्फरनगर, बागपत और सहारनपुर ज़िलों में बड़ी मात्रा में ज़मीन अधिग्रहण की जा रही है. सरकार मुआवज़े के तौर पर किसानों को 1 करोड़ से लेकर 3 करोड़ रुपये प्रति बीघा तक का भुगतान कर रही है. कई लोगों के बैंक अकाउंट में अचानक करोड़ों की एंट्री हो चुकी है.
Delhi-Dehradun Expressway से होगा चार राज्यों को फायदा
Delhi-Dehradun Expressway उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली — चारों राज्यों को जोड़ने वाला बड़ा प्रोजेक्ट है. इससे ना सिर्फ टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आसपास के इलाकों में नई इंडस्ट्री, रियल एस्टेट और हाइवे साइड बिज़नेस भी तेज़ी से पनपेंगे.
किसानों की बदली किस्मत, खुली किस्मत की तिजोरी
जिन किसानों की ज़मीन कभी अनदेखी रहती थी, आज वो करोड़पति बन बैठे हैं. कई लोग इन पैसों से शहरों में मकान खरीद रहे हैं तो कई लोग नया बिज़नेस शुरू कर रहे हैं. गांवों में मोटरसाइकिल और गाड़ियों की सेल अचानक बढ़ गई है. एक तरह से ये प्रोजेक्ट ग्रामीण लोगों के लिए लाइफ चेंजिंग बन चुका है.
कब तक पूरा होगा प्रोजेक्ट और क्या है रूट
इस एक्सप्रेसवे का काम तेजी से जारी है और उम्मीद है कि 2025 के मध्य तक इसका उद्घाटन हो जाएगा. यह प्रोजेक्ट दिल्ली से शुरू होकर बागपत, शामली, मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाएगा. कुल लंबाई 210 किलोमीटर की होगी और सफर सिर्फ 2.5 घंटे में पूरा हो जाएगा.