Bihar New Expressway: बिहार में अब विकास की गाड़ी 6 लेन की स्पीड से दौड़ने जा रही है। राज्य के इतिहास में पहली बार एक 6-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू होने जा रहा है, जो प्रदेश की कनेक्टिविटी और आर्थिक तस्वीर को पूरी तरह बदल देगा। ये प्रोजेक्ट न सिर्फ ट्रैफिक में राहत देगा, बल्कि पूरे उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार को एक नए अंदाज़ में जोड़ेगा।

कहां से कहां तक होगा कनेक्शन
यह एक्सप्रेसवे आरा (Bhojpur) से शुरू होकर पटना के पास नालंदा होते हुए दरभंगा तक पहुंचेगा। कुल लंबाई करीब 180 किलोमीटर होगी और यह पूरी तरह ग्रीनफील्ड होगा, यानी नई ज़मीन पर बनाया जाएगा – कोई पुराना हाईवे या सड़क नहीं। इससे यात्रा का समय 50% तक घट जाएगा और ट्रैफिक की भीड़ से छुटकारा मिलेगा।
किसानों और कारोबारियों के लिए फायदेमंद
इस सुपर-हाईवे से किसानों को भी बड़ा फायदा होगा क्योंकि अब उन्हें अपनी फसल मंडी या बाजार तक पहुंचाने में समय और खर्च दोनों कम लगेंगे। दूसरी ओर, यह रूट बिहार के बिजनेस हब्स को तेज़ी से जोड़ देगा, जिससे राज्य में इंडस्ट्री और इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
नई पीढ़ी के लिए रोज़गार की बौछार
एक्सप्रेसवे के साथ-साथ इसके किनारे विकसित होने वाले इकोनॉमिक ज़ोन, लॉजिस्टिक पार्क और रेस्ट एरिया जैसे ढांचों से हजारों लोगों को सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार मिलेगा। युवाओं के लिए यह एक्सप्रेसवे सिर्फ सड़क नहीं, एक अवसर की सीढ़ी बनेगा।
Bihar New Expressway: 2028 तक पूरा होने की उम्मीद
राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय महत्व का मान रही है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण और DPR पर काम शुरू हो चुका है और उम्मीद है कि 2028 तक यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह चालू हो जाएगा। यह बिहार को दिल्ली-एनसीआर और पूर्वोत्तर राज्यों से सीधा जोड़ने में एक गेमचेंजर साबित होगा।